जमशेदपुर : एक तरफ लोग देवी का जयकारा लगाते है। उनको पूजते है आस्था के मंदिर में बिठाते है। लेकिन जब देवियों का रूप माने जाने वाली बेटियां इस संसार में अपनी आंखें खोलती है तो दुनिया देखने से पहले ही, उसके मां पुकारने से पहले ही उसे मरने के लिए कचरे के डिब्बे में फेंक दिया गया। ममता को शर्मसार कर देने वाली कई ऐसी घटनाएं अक्सर घटती है।
बेटी बचाओ के कई कार्यक्रम सरकार व अन्य सामाजिक संगठनों द्वारा चलाने के बावजूद लोग बेटे का मोह त्याग नहीं पा रहें है। ऐसा ही एक मामला आज सर्किट हाउस रोड नंबर 14 में देखने को मिला। जहां एक कलयुगी मां अपनी नवजात बच्ची को डिब्बे में फेंक कर चली गयी, जिसकी मौत हो गयी। इसकी सूचना स्थानीय लोगों ने पुलिस को दे दी है। जानकारी के मुताबिक सर्किट हाउस में शनिवार को एक नवजात बच्चों का शव साड़ी में लपेटा हुआ मिला।
स्थानीय लोग जब कचड़ा उठाने पहुंचे तब नवजात बछो को यूं पड़ा देख कर दंग रह गए। जिसके बाद वहां लोगों की भीड जुट गयी। सभी उस अज्ञात महिला के बारे में तरह-तरह की बातें करने लगे।