जमशेदपुर : कोरोना काल सबके लिए आफत काल बन गयी। यूं तो इससे सब जूझ रहें है। लेकिन इसने सबसे ज़्यादा असर लोगों के रोज़गार पर डाला है। बेरोज़गारी से तंग आकर लोग आत्महत्या का कदम उठा रहें है। कोरोना काल के साथ लोगों के लिए आर्थिक तंगी भी बड़ी समस्या बन गयी है।
परसुडीह के एक दंपति भी इसी समस्या से जूझते हुए अपनी जीवन लीला को समाप्त करने के ज़हर खा कर जान देने की कोशिश की। मिली जानकारी के मुताबिक कोरोना काल में उस दंपति के लिए इस बेरोज़गारी में जीवन यापन करना मुश्किल होता जा रहा था। उसके पुत्र आशीष गोराई ने जानकारी दी कि उसके पिता का काम लॉक डाउन केबाद छिन गया था। आशीष के पास भी आमदनी का कोई खास ज़रिया नहीं था। जिसकी वजह से कुछ दिनों से वह तनाव में थे।
आज सुबह जब उन्होनें दरवाज़ा नहीं खोला तो आशीष ने आवाज़ लगाई लेकिन भीतर से कोई आवाज़ नहीं आयी तो उसने आस पड़ोस के लोगों को बुलाया और दरवाज़ा तोड़ा गया। जिसके बाद उसने माता-पिता को यूंही पड़े हुए देखा और बगल में कीटनाशक की खाली बोतल भी पड़ी हुई मिली। जिसके बाद लोगों ने उक्त दंपति को एमजीएम अस्पताल पहुंचाया। जहां उनका इलाज किया जा रहा है।