जमशेदपुर : कोविड महामारी के दौरान मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट और इंजीनियरिंग पात्रता परीक्षा जेईई का आयोजन कराया जा रहा है। जिसके लिए एडमिट कार्ड भी जारी कर दिया गया है। जिससे विद्यार्थियों के साथ छात्र संगठनों में भी असंतोष व्याप्त है। क्योंकि एक और कोरोना के काले बादल मंडरा रहें है। दूसरी ओर इस आपदा काल में लगातार हुई बारिश ने बाढ़ का संकट भी खड़ा कर दिया है। कोरोना के कारण परिवहन सेवाओं के के बंद होने से भी अभ्यर्थियों के सामने परीक्षा केंद्र तक पहुंच पाने की भी समस्या है। इस वजह से कोविड महामारी के दौरान नीट व जेईई की परीक्षा तय समय पर आयोजित किये जाने को लेकर हर जगह विरोध प्रदर्शन जारी है। स्थिति सामान्य होने तक परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग तेज़ होती जा रही है।
झारखंड छात्र मोर्चा के जिला अध्यक्ष कृष्णा कुमार कामत ने कहा है कि संयुक्त प्रवेश परीक्षा और राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा को तत्काल प्रभाव से स्थगित किया जाना चाहिए। क्योंकि पूरा विश्व समेत देश वर्तमान समय कोरोना जैसी महामारी का दंश झेल रहा है। महामारी जीवन समापन का भयंकर रूप धारण किया हुआ है। अगर इस परिस्थिति में परीक्षा आयोजित की जाती है और असंयोगवश किसी भी परीक्षक या अभ्यर्थी को जान माल की हानि होती है तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा। क्या परीक्षा जीवन से बढ़कर है जबकि देश व राज्य की प्रशासन व्यवस्था इस परिस्थिति से जूझने के लिए जदोजहद कर रही है।
झारखंड छात्र मोर्चा के कोल्हान सचिव कोल्हान सचिव ने पप्पू यादव ने भी कोरोना काल में नीट व जेईई की परीक्षा लिए जाने का विरोध करते हुए कहा कि परीक्षा को अविलंब स्थगित कर देना चाहिए। उन्होनें कहा महामारी को केवल भारत ही नहीं बल्कि अन्य देशों में भी अकाल मृत्यु का कारण माना है। इस महामारी के कारण पूर्व में सीबीएससी ने भी अपने परीक्षा को स्थगित किया। जबकि उसने छात्रों को उनके आवास के नजदीक परीक्षा केंद्र की व्यवस्था कराई थी। बावजूद इसके अभिभावकों के द्वारा जताई गई चिंता छात्रों के जीवन से बढ़कर कुछ नहीं का हवाला देते हुए परीक्षा को स्थगित किया गया। जबकि अन्य कई कारण है जिससे परीक्षा अविलंब स्थगित की जा सकती है। कई सारे परीक्षा केंद्र होने के बावजूद भी बच्चों के पहुंचने के लिए यातायात की व्यवस्था का ना होना सबसे बड़ी समस्या है। वह भी तब जब राज्य व देश की सरकार व शासन व्यवस्था अपना सर्वस्व देने में अभी भी संकुचित महसूस कर रही हो।