जमशेदपुर : अखिल भारतीय प्रतिवाद सप्ताह के आह्वान पर साकची गोलचक्कर में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का दस्तावेज जलाकर ऑल इंडिया डीएसओ जमशेदपुर यूनिट ने विरोध प्रदर्शन किया। दस्तावेज को अग्नि प्रदेश कोषाध्यक्ष सोहन महतो ने दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने जिस राष्ट्रीय शिक्षा नीति को मंजूरी दी है वह शिक्षा के चौतरफा निजीकरण, व्यापारीकरण, व्यवसायीकरण व साम्प्रदायिकरण को बढ़ावा देने वाली है। एआईडीएसओ का कहना है कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 देश में शिक्षा व्यवस्था पर विनाशकारी प्रभाव डालेगी और शिक्षा को बाजारू माल में तब्दील कर देशी-विदेशी पूंजीपतियों के द्वारा आम गरीब जनता के शोषण के रास्ते को खोल देगी।
स्कूली शिक्षा की पुरानी पद्धति को बदल कर अब 5 + 3 + 3 + 4 शिक्षा पद्धति को लागू किया जा रहा है। जिसमे 3 से 6 साल की उम्र के बच्चों की शिक्षण प्रक्रिया उन आंगनबाड़ियों के हाथ में सौंप दी जाएगी जो पहले से ही वेंटिलेटर पर हैं। कक्षा 3,5,8 में ओपन लर्निंग को लागू कर और कक्षा 1 से 8 तक फेल न करने की नीति को जस की तस लागू रखना पूरी शिक्षा व्यवस्था को ही संकट में डाल देगा। शैक्षणिक-गैर शैक्षणिक गतिविधियों व विज्ञान व कला संकाय के बीच किसी ठोस विभाजन का ना होना सीखने और सिखाने की पूरी प्रक्रिया को ही बर्बाद कर देगा। इसी तरह उच्च शिक्षा में 3 साल के स्नातक डिग्री कोर्स को मल्टीपल इंट्रेंस एवं एग्जिट सिस्टम के साथ बढ़ाकर 4 साल का करके भारतीय उच्च शिक्षा को विश्व शिक्षा बाजार के अनुरूप ढालने की योजना तैयार की गई है।
आगे उन्होंने कहा छात्र संगठन एआईडीएसओ इसके खिलाफ में आंदोलन का आह्वान करता है। उन्होंने सभी छात्रों व शिक्षा प्रेमियों से एकजुट होकर एक जुझारू और व्यापक आंदोलन को संगठित कर इस शिक्षा विरोधी नीति को वापिस लेने के लिए सरकार को मजबूर कर वैज्ञानिक,जनवादी व धर्मनिरपेक्ष शिक्षा को लागू कराने के लिए अपनी भूमिका अदा करने की अपील की। मौके पर पूर्वी सिंहभूम जिला अध्यक्ष रिंकी बनश्रीयार, सचिव युधिष्ठिर कुमार, जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष सोनी सेनगुप्ता, सचिव खुशबू कुमारी, उपाध्यक्ष रामदास मुर्मू, अमित साहू, प्रदीप कुमार,सचिव मंडल सदस्य कामेश्वर प्रसाद एवं तुहीन बर्मन मौजूद थे।