जमुई : भीम बांध के घने जंगलों में खोई 5 वर्षीय बच्ची, को सीआरपीएफ के जवानों ने 2 घंटा अभियान चलाकर बच्ची को ढूंढ निकाला। जमुई के भीम बांध में पर्यटकों का आने-जाने का तांता लगा हुआ है। भीम बांध में एक 5 वर्षीय बच्ची अपने परिजनों से बिछड़ कर भीम बांध के घने जंगल के अंदर दूर तक चली गई थी। जहा सीआरपीएफ ने अभियान चलाकर बच्ची को जंगल से ढूंढ निकाला।
प्राप्त सूचना के अनुसार जमुई के रहने वाले सत्यनारायण अपने परिवार के साथ भीम बांध में पिकनिक मनाने के लिए गया हुआ था। भीम बांध में सत्यनारायण की 5 वर्षीय बच्ची अपने परिजनों से बिछड़ कर जंगल में खो गई थी। घटना लगभग 11:00 बजे की है। बच्ची के परिजनों और पिकनिक मनाने आए दूसरे पर्यटकों ने मिलकर बच्ची को खोजने का भरपूर प्रयास किया,लेकिन बच्ची मिल नहीं पा रही थी। आखिर कर निराश होकर बच्ची के परिजनों ने बच्ची को ढूंढने की गुहार लगभग 1:00 बजे G कंपनी 215 सीआरपीएफ बटालियन के जवानों के पास लगाया। जवानों ने इस बात की सूचना सीआरपीएफ बटालियन के असिस्टेंट कमांडेंट दिनेश चंद्र को दिया। असिस्टेंट कमांडेंट दिनेश चंद्र ने तुरंत घटना पर संज्ञान लेते हुए ऑपरेटर राजेश मौर्या के साथ बटालियन जवानों को लेकर खुद जंगल में बच्ची को ढूंढने के लिए सर्च अभियान पर निकल पड़े।
सीआरपीएफ के जवानों ने भीम बांध में आए पर्यटकों से पूछताछ और जंगल में 2 घंटे तक सर्च अभियान चलाने के बाद खोए हुए बच्चे को असिस्टेंट कमांडेंट दिनेश चंद्र ने घने जंगल से खोज निकाला। आपको बता दें कि भीम बांध जमुई-मुंगेर और आसपास के जिले में बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध पिकनिक स्पॉट है। दिसंबर से लेकर जनवरी महीने में यहां पर पर्यटकों का तांता लगा रहता है। यहां पर कम्युनिकेशन का बिल्कुल भी साधन नहीं है।
भीम बांध में मोबाइल नेटवर्क का अभाव है,जिसके वजह से आने वाले पर्यटकों को परेशानी होती रहती है। अगर कोई दुर्घटना घट जाए तो ऐसे मामले में पर्यटकों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। भीम बांध में मोबाइल नेटवर्क की उपलब्धता के लिए सरकार एवं वन विभाग को कदम उठाना चाहिए। जिससे भीम बांध पर्यटन क्षेत्र में और भी ज्यादा विकसित हो सके।
जमुई से विजय कुमार की रिपोर्ट।