मिरर मीडिया रांची: अब राज्य के छह निजी अस्पताल ही रैपिड एंटीजन टेस्ट करेंगे. झारखंड ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन की ओर से इस संबध में सूचना जारी की है. जिसमें आइसीएमआर गाइडलाइन का हवाला देते हुए कहा गया है कि रैपिड एंटीजन टेस्ट के लिये आइसीएमआर के गाइडलाइन के अंतर्गत चिन्हित अस्पताल ही टेस्ट के लिये मान्य है.गाइडलाइन के अनुसार जिन अस्पतालों के पास एनएबीएल या एनएबीएच एक्रीडिएशन हो, वो ही रैपिड एंटीजन टेस्ट कर सकते हैं.इनअस्पतालों में टाटा मोटर्स अस्पताल जमशेदपूर, ब्रह्मानंद नारायणा मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल सरायकेला खरसावां, राज अस्पताल रांची, सेंटविटा अस्पताल रांची, मेदांता अस्पताल, टाटा मेन हॉस्पिटल है. जिन्हें झारखंड ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन की ओर से टेस्ट की अनुमति दी गयी है. इसके पहले तक राज्य के कुछ अन्य निजी अस्पताल भी रैपिड एंटीजन टेस्ट कर रहे थे.
अन्य अस्पतालों का टेस्ट किया जाना होगा नियम विरूद्ध
मिशन की ओर से जारी सूचना में कहा गया है कि इन छह निजी अस्पतालों के अलावा अन्य निजी अस्पतालों की ओर से एंटीजन टेस्ट नहीं किया जायेगा. अस्पतालों की ओर से ऐसा किया जाना नियम विरूद्ध है. वहीं जिन अस्पतालों को टेस्ट करने की अनुमति दी गयी है, वो आइसीएमआर के गाइडलाइन का पालन करेंगे. रैपिड एंटीजन टेस्ट के दौरान अनुमति मिलने वाले छह अस्पताल आरटीपीसीआर एप्प से सेंपल कलेक्ट करेंगे, सभी प्रकार के रिजल्ट सीवीवी पोर्टल पर अपडेट करेंगे, रिजल्ट का आइसीएमआर कोड जेनरेट करेंगे एवं सभी जांच की सूचना सिविल सर्जन और राज्य आइडीसीपी को उपलब्ध कराएंगे.
नहीं कर सकते बगैर अनुमति जांच
जारी सूचना में स्पष्ट कहा गया है कि जिन अस्पतालों को अनुमति नहीं दी गयी है, वो किसी भी हाल में जांच नहीं कर सकते हैं. स्पष्ट अनुमति मिलने के बाद ही अस्पताल एंटीजन रैपिड टेस्ट कर सकते हैं. न ही टेस्ट का प्रयोग कर सकते हैं. ऐसा करने पर इन अस्पतालों के विरूद्ध नियमसंगत कार्रवाई की जाएगी.