जमशेदपुर : चांडिल के हुमीद स्थित दयावती मोदी पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल सम्पा बनर्जी इन दिनों सुर्खियों में है। जहां पिछले दिनों स्कूल के ही विधार्थियों ने प्रिंसिपल पर कई गंंभीर आरोप लगाए। वहींं छात्र संघ के नेता जब इस संबंध में प्रिंसिपल से बात करने पहुंचे तो वहां मसले का समाधान निकलने की जगह बातचीत हाई वोल्टेज ड्रामा में तब्दील हो गई। जिसके बाद आक्रोशित छात्र नेताओं ने प्रिंसिपल के खिलाफ चांडिल अनुमंडल पदाधिकारी के अनुपस्थिति में कार्यालय में एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से प्रिंसिपल पर आरोप लगाया गया है कि शुक्रवार को बैठक बुलाकर अभिवावक को धमकाया गया। वहीं, शिकायत करने वाले विद्यार्थियों को स्कूल से निकाल देने की धमकी दी। आरोप यह भी है कि अभिभावकों के सामने ही स्कूली छात्राओं के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए बात की।
बता दें कि दो दिन पहले चांडिल के दयावती मोदी पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल सम्पा बनर्जी पर बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों ने कई संगीन आरोप लगाया है। जिसमें प्रिंसिपल के खिलाफ विद्यार्थियों ने स्कूल प्रबंधन को ईमेल के माध्यम से शिकायत करने की बात सामने आई थी। अब इस मामले में छात्र नेता भी कूद पड़े हैं। जब मामले की जानकारी विभिन्न छात्र संगठनों के नेताओं व कार्यकर्ताओं को मिली तो वे सीधे स्कूल आ धमके। यहां स्कूल के विद्यार्थियों के समर्थन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, आजसू छात्र संघ समेत अन्य संगठनों के प्रतिनिधि प्रिंसिपल से बात करने की कोशिश की। जिसमें स्कूल के प्रिंसिपल सम्पा बनर्जी, प्रबंधन समिति के आर० के० शर्मा, अखिल भरतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य आकाश महतो, छात्र आजसू के कोल्हान महासचिव विमलेश मंडल, युवा अधिकार मंच ईचागढ़ के आकाश दास, शेखर गांगुली, महेंद्र पोद्दार, अभिनाश, कौशिक विश्वास, उत्तम नाग आदि मौजूद थे।
यहां बैठक में वह सभी विद्यार्थी भी मौजूद थे, जिन्होंने प्रिंसिपल पर आरोप लगाया है। बातचीत के माध्यम से छात्र नेताओं ने विद्यार्थियों के समस्याओं के समाधान करने का तर्क दिया था। लेकिन कुछ देर बातचीत चलने के बाद का दृश्य हाई वोल्टेज ड्रामा में परिवर्तन हो गया। छात्र नेताओं व स्कूल के विद्यार्थियों का कहना है कि बातचीत के दौरान प्रिंसिपल सम्पा बनर्जी ने एक छात्रा के निजी जीवन को लेकर टिप्पणी की। जिससे वहां मौजूद सभी विद्यार्थी भड़क गए और खूब हो हंगामा हुआ। जिसके बाद सभी लोग बैठक छोड़कर निकल गए। इस संबंध में छात्र नेताओं ने कहा है कि प्रबंधन जल्द से जल्द प्रिंसिपल को स्कूल से हटाएं, अन्यथा उग्र आंदोलन करेंगे।