जमशेदपुर : शहर के कदमा स्थित डीबीएमएस बीएड कॉलेज की प्रिंसिपल की नियुक्ति की जांंच पूरी होने के बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नही की गई है। इस संबंंध में झारखंड छात्र मोर्चा के कोल्हान प्रतिनिधि मंडल ने सोमवार को कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलपति गंगाधर पांडा से मुलाकात किया। बता दें कि कॉलेज की प्रिंसिपल डॉक्टर जूही समर्पिता की नियुक्ति गलत तरीके से हुई थी। जिसके लिए केयू द्वारा एक जांच कमिटी बनाई गई थी। जिसमें कोल्हान विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर डॉ. एके झा, साइंस डीन डॉ. रविंद्र सिंह तथा वोकेशनल सेल के कोर्डिनेटर डॉ. संजीव आनंद शामिल थे। जिसके बाद जांंच रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ था कि प्राचार्या की अर्हता के संबंध में शिकायत सही है।
इस संबंध में छात्र मोर्चा का कहना है कि डीबीएमएस कदमा बीएड कॉलेज की प्रिंसिपल की नियुक्ति की जांंच पूरी होने पर भी कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलानुशासक ए के झा ने अभी तक इस पर कोई कार्रवाई नही किया है। इस सिलसिले में कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलपति से मुलाकात कर इस बात से अवगत कराया गया। जिसको लेकर कुलपति ने राज्यपाल का हवाला देते हुए कहा कि सभी जांच रिपोर्ट राज्यभवन भेज दिया गया है। वहां से जो भी रिपोर्ट आएगा कार्रवाई जरूर होगी। वहीं जिला अध्यक्ष कृष्णा कामत ने बताया कि डीबीएमएस कॉलेज के वेबसाइट पर 6 महीना बाद भी दूसरे शिक्षकों का नाम चल रहा है।
शहर के डॉक्टर खुशवंत कौर और गीता महतो जमशेदपुर कोऑपरेटिव कॉलेज जमशेदपुर और जमशेदपुर महिला कॉलेज जमशेदपुर में करीब 6 महीना से काम कर रही है और डीबीएमएस बीएड कॉलेज छोड़ चुकी है फिर भी उसका नाम नहीं हटाया गया है। वहीं झारखंड छात्र मोर्चा का कहना है कि सरकारी कॉलेज से डेढ़ लाख रुपया ज्यादा शुल्क है इस कॉलेज का लेकिन क्वालिटी एजुकेशन के नाम पर छात्र छात्राओं से धोखाधड़ी की जा रही है। इसमें कई विश्वविद्यालय पदाधिकारी का सहयोग करने का सवाल भी उठ रहा है। उन्होनें हर साल डीबीएमएस बीएड कॉलेज काे मान्यता मिलने पर भी सवाल उठाया है। इस कार्यक्रम में कोल्हान सचिव पप्पू यादव, जिला अध्यक्ष कृष्णा कुमार,बिपिन शुक्ला उपस्थित रहें।