रांची: 74 वें स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर महानिरीक्षक सह प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त, रेलवे सुरक्षा बल, दक्षिण पुर्व रेलवे, कोलकाता श्री देवेन्द्रनाथ बी कसार को उनके उत्कृष्ट कार्यो के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया।
देवेन्द्र नाथ बी कसार वर्तमान में निरीक्षक के पद पर मुख्यालय गार्डनरीच , कोलकाता में पदस्थ हैं जिन्होने संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा 1990 में उतिर्ण कर सहायक सुरक्षा आयुक्त के पद पर अपना सफर शुरू किया और तकरीबन 26 वर्षों की सेवा काल में उन्होने कई उत्कृष्ट कार्य करने पर उन्हें राष्ट्रपति पुलिस पदक से वर्ष 2020 में सम्मानित किया गया, उन्हें यह सम्मान रेल एवं रेलवे परिसर में अपराध पर अंकुश लगाने एवं यात्रियों के सुरक्षा से संबंधित कार्य के लिए प्रदान किया गया।
कसार को वर्ष 1996, 2001, 2013, 2०17, 2019 में जी एम अवार्ड, डी जी इनसिग्निया, महानिदेशक प्रसंशा जैसे अवार्डो से सम्मानित किया गया एवं (FICCI) Federation of Indian Chambers of Commerce द्वारा स्मार्ट पुलिसिंग अवार्ड एवं 2013 में भारतीय पुलिस पदक से नवाजा गया। रेल में मानव तस्करी एवं महिला एवं बाल सुरक्षा के क्षेत्र में महत्वपुर्ण कार्य करते हुए Operation Eagle द्वारा वर्ष 2008 में एक विशेष अभियान चलाकर पश्चिमी रेल के दक्षिण मुम्बई इलाकों में महत्वपूर्ण कार्य किया गया इनके कार्यों के लिए रेलवे बोर्ड द्वारा सम्मानित किया गया एवं मीडिया द्वारा सराहा गया।
वर्ष 2013 में एक विशेष अभियान “Operation River Flow” की शुरुआत कर झारखण्ड, पश्चिम बंगाल एवं उड़िसा जो दक्षिण पूर्व रेलवे से ट्रेनों एवं सिमावर्ती क्षेत्रों में नक्सली गतिविधियों एवं फॉरेस्ट प्रोडक्टस की तसकरी पट पुर्णतः अंकुश लगाया गया । उन्होंने एक और विशेष अभियान नन्हें फरीश्ते के नाम से वर्ष 2017 में बाल तस्करी को रोकने के विरुद्ध अभियान चलाया जिसके लिए उन्हें पुलिस पदक से नवाजा गया साथ ही साथ उन्होने इस अभियान बतौर IG/SWR/हुबली, कर्नाटक, तमिलनाडु एवं आंध्र प्रदेश के राज्यों में रेल द्वारा बाल तस्करी एवं अपहरण के करीबन 2300 लोगों को तस्करों के चंगुलों से आजाद कराया एवं साथ ही साथ उनके अभिभावकों को सुपूर्द कराया ।
वर्तमान में डी बी कसार दक्षिण पूर्व रेलवे के चारों मण्डलो खड़गपुर, चक्रधरपुर, रांची एवं आद्रा में ड्रोन जैसे आधुनिक उपकरणों को उपलब्ध कराकर अपराधों पर नियंत्रण करने की विशेष रणनिति बनाई एवं लॉक डाउन के समय जरुरतमंदो को भोजन के साथ साथ आर पी एफ महिला कर्मियों द्वारा बनाया मास्क भी वितरित किया गया।