धनबाद/सिंदरी : बीआईटी सिंदरी संस्थान में सत्र 2020 के एमटेक छात्रों के लिए चल रहे इन्डक्शन कार्यक्रम के तीसरे दिन संस्थान के पुर्ववर्ती छात्र व आईआईटी आईएसएम के सीडीसी चेयरमैन प्रो सतीस कुमार सिन्हा छात्रों से ऑनलाइन रूबरू होते हुये बोले कि धनबाद को माइनिंग रिलेटेड प्राब्लम के समाधान का हब बन सकता है क्योंकि यंहा सीएमआरआई है, आईएसएम है, बीआईटी सिन्दरी है, डीजीएमएस का ऑफिस है, बीसीसीएल है। बस जरूरत है आपको, हमको और नये माईन्डस को जुटाने और कार्य करने की साथ की सबके साथ समन्वय बनाने की । वर्तमान समय में वर्चुवल रियल हो गया है आर्टिफीसियल इंटेलीजेन्स की मदद से। लेकिन डोमेन नाॅलेज का कोई सबस्टीट्टुट नही है । ये डोमेन नाॅलेज कन्वर्जन टूल की तरह कार्य करता है। बीटेक के डोमेन नाॅलेज को लेकर एमटेक के छात्र आर्टिफीसियल इंटेलीजेन्स व डाटा साइन्स का अनुप्रयोग रिसर्च कर सकते हैं साथ ही इन्ट्रप्नयोर भी बन सकते हैं।
उदाहरण मृदा विज्ञान में मृदा किस फसल में कैसा व्यवहार करेगी। इस पर रिसर्च कर के डाटा साइन्स व आर्टिफीसियल इंटेलीजेन्स का अनुप्रयोग कर सकते हैं। परिचर्चा के अन्त में छात्रों की सभी शंकाओ का समाधान किया। अतिथि अभिनन्दन संयोजक डा अरविन्द व डा स्वाती मोदी व धनयवाद ज्ञापन समन्वयक प्रो राजीव वर्मा ने किया।