बोकारो : वेदांता ग्रुप की कंपनी और मुख्य राष्ट्रीय स्टील खिलाड़ी ईएसएल स्टील लिमिटेड ने सियालजोरी, बोकारो, झारखंड में ग्रामीणों के लिए मशरूम उगाने के प्रशिक्षण सत्र को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया। इस पहल का आयोजन एक स्थानीय संगठन दृष्टि फाउंडेशन के सहयोग से किया गया।ग्रामीणों को आजीविका के स्रोत उपलब्ध कराने के लिए इस प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया, ताकि उन्हें झारखंड राज्य आजीविका संवर्धन सोसाइटी द्वारा गठित स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों के साथ स्वतत्रापूर्वक काम करने के लिए सक्षम बनाया जा सके। झारखण्ड राज्य आजीविका संबर्धन सोसाइटी, स्टेशनरी और प्रशिक्षण किट उपलब्ध कराकर प्रशिक्षण में सहयोग प्रदान करती है। इस पहल के तहत मशरुम उगने के लिए कई जरुरी सामग्री उपलब्ध कराई गई है।
ईएसएल स्टील ने अपने मशरूम संसाधन केंद्र के स्पॉन निर्माताओ से इस प्रशिक्षण के लिए मशरूम स्पॉन भी उपलब्ध कराया है। सात दिवसीय प्रशिक्षण सत्र ने विभिन्न स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के कम से कम 26 लाभार्थियों पर सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न किया।जबकि पहले तीन दिन सैद्धांतिक प्रशिक्षण दिया गया और इसके बाद व्यावहारिक सत्र के माध्यम से विभिन्न प्रक्रियाओं के द्वारा मशरुम उगाने की तकमीके सिखाई गई।
इस अवसर पर आशीष रंजन, हेड – कम्युनिटी रिलेशंस, ईएसएल स्टील लिमिटेड ने कहा, “इस प्रशिक्षण से 26 से अधिक लाभार्थियों को लाभ हुआ है| वे अब स्वतंत्र रूप से मशरूम उगाकर अपनी आजीविका कमा सकते हैं। मशरूम की खेती पर प्रशिक्षण के लिए हमारी यह सीएसआर पहल दृष्टी फाउंडेशन और झारखण्ड राज्य आजीविका संबर्धन सोसाइटी के समर्थन के बिना संभव नहीं हो पाती| मुझे उम्मीद है की आने वालो सालो में भी इस तरह के प्रयास करते हुए लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करते रहेंगे।
धीरेंद्र सिंह, बीपीएम, चंदनकियारी ने कहा, “ सात दिवसीय प्रशिक्षण के द्वारा ग्रामीणों को मशरूम उगाने की तकनीके सिखाई गई | उन्हें विभिन्न समस्याओं एवं बाजार से जुड़ने के तरीको के बारे में जानकारी दी गई| प्रतिभागियों को झारखण्ड राज्य आजीविका संबर्धन सोसाइटी द्वारा व्यवस्थित किया गया, मशरूम संस्कृति प्रशिक्षण की सभी व्यवस्था ईएसएल स्टील और दृष्टी फाउंडेशन द्वारा की गई।
इससे बड़े पैमाने पर ग्रामीणों को लाभ होगा वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनेंगे |आने वाले समय में भी हम ग्रामीणों को आजीविका के वैकल्पिक तरीको पर प्रशिक्षण करने के लिए इस तरह के शिविर आयोजित करते रहेंगे।
बोकारो से नरेश कुमार की रिपोर्ट।