चतरा। झारखंड में चतरा जिले के विभिन्न प्रखंडो में दो दिनों से हो रही बारिश ने जमकर कहर बरपा रखा है। बारिश से जिले से होकर गुजरने वाली छोटी-बड़ी नदियां जहां उफान पर है, वहीं तालाब व अन्य सभी जलाशयों का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है।
बारिश का असर सबसे ज्यादा ग्रामीण क्षेत्रों में देखने को मिल रहा है। जहाँ ग्रामीणों को अत्यधिक बारिश से भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश के पानी ने जनजीवन अस्त व्यस्त कर रखा है। पहाड़ी इलाकों में तो बारिश से फसलों को फायदा पहुंच रहा है, लेकिन निचली इलाकों में अवस्थित खेतों में पानी भर जाने से किसानों की कमर टूट गई है।
सदर प्रखंड के डहुरी गांव में डैम का जलस्तर बढ़ने से जहां सैंकड़ों एकड़ में लगे धान और मकई के फसल डूब गए हैं। वहीं कई टोले टापू में तब्दील हो गए हैं। इसके अलावा एक गांव से दूसरे गांव तक जाने के लिए ग्रामीणों को ट्यूब से बने नाव का सहारा लेना पड़ रहा है।
कई घरों में तो पानी तक भर आए हैं। सदर प्रखंड के डमडोइया पंचायत के तुरी, डहुरी व करलगा सहित आधा दर्जन गांव में बारिश का पानी घरों में घुसने लगा है। इन्ही गांवों से सटा हुआ डहुरी डैम में भी अत्यधिक पानी होने के कारण जलाशय का पानी अब गांव में घुसने लगा है। वहीं बारिश की रफ्तार से लोग डरे हुए हैं।
दूसरी तरफ अब तक जिला प्रशासन ने इन ग्रामीण क्षेत्रों के रहने वाले लोगों के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की है। पंचायत के उप मुखिया ललन राम ने कहा है कि बारिश के पानी से घरों में पानी घुस गया है जिसके कारण गांव के गरीब लोगों को रहने की समस्या उत्पन्न हो गई है।
उन्होंने जिला प्रशासन और राज्य सरकार से गरीब परिवारों को सहायता देने की भी मांग की गई है। गौरतलब है कि डहुरी डैम से चतरा हेरू जलाशय जुड़ा हुआ है। अत्यधिक बारिश के बावजूद डहुरी डैम का फाटक बंद है, जिससे जलस्तर लगातार बढ़ गया है। हालांकि हेरु जलाशय के सभी फाटकों को ऐहतियातन खोल दिया गया है, ताकि डहुरी डैम का फाटक खुलने के बाद अचानक जलस्तर बढ़ने से हेरु जलाशय को कोई नुकसान न पहुंचे। क्योंकि हेरु जलाशय का बांध टूटा तो शहर से सटे दर्जनों गांव पानी मे डूब जाएंगे।