मणिपुर में बीजेपी मार गई बाजी-फ्लोर टेस्ट में CM एन बीरेन सिंह ने जीता विश्वास मत

0

[su_box title=”सीएम एन बीरेन सिंह सरकार ने राज्य विधानसभा में 16 के मुकाबले 28 वोट से विश्वास मत जीता ” style=”glass” box_color=”#080807″ title_color=”#fb3cf3″ radius=”0″][/su_box]

[su_button url=”www.mirrormedianews.com” target=”blank” style=”3d” background=”#fd2e13″ color=”#f8f6f6″ radius=”0″ icon_color=”#171414″ text_shadow=”7px 38px 22px #f3482e”]MIRROR MEDIA[/su_button] : मणिपुर में बीजेपी ने विश्वास मत के दौरान हुए फ्लोर टेस्ट में ध्वनि मत से बहुमत साबित कर दिया है। इसी के साथ मणिपुर में बीजेपी की सियासी संकट टल गया हैl आपको बता दें कि मणिपुर में सीएम एन बीरेन सिंह सरकार ने राज्य विधानसभा में 16 के मुकाबले 28 वोट से विश्वास मत जीत लिया। सूत्रों कि माने तो कांग्रेस के आठ विधायकों ने पार्टी व्हिप का उल्लंघन करते हुए सदन की कार्यवाही में भाग नहीं लिया। मणिपुर की 60 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 24 विधायक हैं। तीन विधायकों के इस्तीफे और दल-बदल कानून के तहत चार विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने के बाद अब सदन में सदस्यों की संख्या 53 है।

इसे भी पढ़े…

[su_posts template=”templates/teaser-loop.php” posts_per_page=”2″ tax_operator=”NOT IN” offset=”1″ order=”desc” ignore_sticky_posts=”yes”]

 

[su_box title=”60 सदस्यों वाली विधानसभा में विश्वासमत के दौरान बीजेपी के पक्ष में 28 वोट पड़े” style=”glass” box_color=”#080807″ title_color=”#fb3cf3″ radius=”0″][/su_box]

मंत्रियों के इस्तीफे के बाद अल्पमत में आई बीजेपी सरकार के खिलाफ कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव लाई थी। बीते 28 जुलाई को ही एन बीरेन सिंह सरकार के खिलाफ कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव लाई थी। 60 सदस्यों वाली विधानसभा में विश्वासमत के दौरान बीजेपी के पक्ष में 28 वोट पड़े। कांग्रेस के आठ विधायक अनुपस्थित रहे। वोटिंग के बाद कांग्रेस विधायकों ने विरोध जताया और सदन के वेल में कुर्सियां फेंकी।

गौरतलब है कि बीजेपी ने अपने 18 और कांग्रेस ने 24 विधायकों को व्हिप जारी किया था। दोनों दलों ने अपने विधायकों से सदन में मौजूद रहकर पार्टी के पक्ष में वोट करने को कहा था। बीजेपी को तो सभी वोट मिले, लेकिन कांग्रेस के कई विधायक इसके बाद भी सदन में नहीं आए। मणिपुर विधानसभा में 60 सदस्य हैं, इनमें से तीन विधायकों के इस्तीफे और दल-बदल कानून के तहत चार विधायकों को अयोग्य ठहराया जा चुका है। इसके बाद अब सदन में 53 विधायक हैं। सरकार पर संकट तब शुरू हुआ था जब बीजेपी सरकार से 6 विधायकों ने समर्थन वापस ले लिया था, बीजेपी के तीन विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए थे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here