मिरर मीडिया: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मन की बात कार्यक्रम में लोगों से रूबरू हुए। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत में टॉय इंडस्ट्री को बड़ी भूमिका निभानी है। असहयोग आंदोलन के समय गांधीजी ने कहा था कि यह भारतीयों में आत्मविश्वास जगाने का आंदोलन है। ऐसा ही हमें आत्मनिर्भर भारत आंदोलन के साथ भी है। मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी देशवासियों से कोरोना संक्रमण पर संवाद कर चुके हैं। पीएम ने सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनने और नियमित हाथ धोने की अपील की थी।
कोरोना के दौर में घर में रहते हुए उत्सव मनाए जा रहे हैं। लोग अपना और लोगों का ध्यान रखते हुए अपना काम कर रहे हैं। जिस तरह का संयम देखा जा रहा है, वह अभूतपूर्व है। गणेशोत्सव ऑनलाइन मनाया जा रहा है। इको फ्रेंडली गणेश की प्रतिमा स्थापित हुई हैं। पीएम मोदी ने कहा कि आम तौर पर ये समय उत्सव का हैl जगह-जगह मेले लगते हैं, धार्मिक पूजा-पाठ होते हैंl कोरोना के इस संकट काल में लोगों में उमंग और उत्साह तो है ही, मन को छू लेने वाला अनुशासन भी हैlपीएम ने कहा कि कोरोना के इस कालखंड में देश कई मोर्चों पर एक साथ लड़ रहा है, लेकिन इसके साथ-साथ, कई बार मन में ये भी सवाल आता रहा कि इतने लम्बे समय तक घरों में रहने के कारण, मेरे छोटे-छोटे बाल-मित्रों का समय कैसे बीतता होगाl साथियो, हमारे चिंतन का विषय था- खिलौने और विशेषकर भारतीय खिलौने, हमने इस बात पर मंथन किया कि भारत के बच्चों को नए-नए खिलौने कैसे मिलें, भारत, खिलौनों के प्रोडक्शन का बहुत बड़ा हब कैसे बनेl
बता दें कि, हमारे देश में लोकल खिलौनों की बहुत समृद्ध परंपरा रही हैl कई प्रतिभाशाली और कुशल कारीगर हैं, जो अच्छे खिलौने बनाने में महारत रखते हैंl भारत के कुछ क्षेत्र टॉय क्लस्टर्स यानी खिलौनों के केंद्र के रूप में भी विकसित हो रहे हैंl खिलौना वो हो जिसे बचपन खेले भी, खिलखिलाए भी। अब कंप्यूटर गेम्स का दौर है। इनमें ज्यादातर की थीम भारतीय होती है। आत्मनिर्भर भारत में टॉय इंडस्ट्री को बड़ी भूमिका निभानी है।
पीएम मोदी ने कहा कि अब आप सोचिए कि जिस राष्ट्र के पास इतनी विरासत हो, परम्परा हो, विविधता हो, युवा आबादी हो, क्या खिलौनों के बाजार में उसकी हिस्सेदारी इतनी कम होनी, हमें, अच्छा लगेगा क्या? जी नहीं, ये सुनने के बाद आपको भी अच्छा नहीं लगेगाl पीएम मोदी ने कहा कि आम तौर पर ये समय उत्सव का है. जगह-जगह मेले लगते हैं, धार्मिक पूजा-पाठ होते हैं. कोरोना के इस संकट काल में लोगों में उमंग और उत्साह तो है ही, मन को छू लेने वाला अनुशासन भी हैlबहरहाल बता दें कि, मन की बात के पिछले कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान पर निशाना साधा था और कहा कि उसने भारत की भूमि पर कब्जा करने और अपने यहां चल रहे आंतरिक संघर्षों को हटाने के लिए भ्रामक योजना बनाईl करगिल युद्ध के दौरान सैनिकों के शौर्य की कहानियों को साझा करने के लिए प्रधानमंत्री ने युवाओं से अपील भी की थीl
मोदी ने पिछले महीने मन की बात में करगिल युद्ध के 21 साल पूरे होने पर इस जंग में जान गंवाने वाले भारतीय सैनिकों को याद किया। प्रधानमंत्री ने कहा- पाकिस्तान ने भारत की पीठ में छुरा घोंपने की कोशिश की थी। दुश्मन पहाड़ पर बैठा था, लेकिन जीत भारतीय सेना के हौसले और सच्ची वीरता की हुई।