गिरिडीह जिला बन सकता है राज्य का पहला सोलर सिटी, 150 करोड़ होंगे खर्च
पांच जिलों के नाम पर किया जा रहा था विचार विमर्श
घरों में लगेंगे सोलर रूफ टॉप, वहीं कृषि क्षेत्रों को भी जोड़ा जायेगा
गिरिडीह: राज्य में एक जिला को सोलर सिटी बनाया जायेगा. ऐसा शहर जहां थर्मल बिजली की जगह सौर बिजली का अधिक इस्तेमाल किया जायेगा. केंद्रीय उर्जा मंत्रालय के इस आदेश के बाद जरेडा की ओर से पांच जिलों की सहमति बनी थी. जिसमें हजारीबाग, जमशेदपुर, धनबाद, बोकारो और गिरिडीह का चयन किया गया था. अब जरेडा की ओर से गिरिडीह जिला को इस काम के लिए लगभग फाइनल कर लिया गया है.
बस इसके लिए उर्जा विभाग की सहमति चाहिए. जिसके लिए जरेडा की ओर से उर्जा विभाग को पत्र लिखा गया है. पत्र में जरेडा की ओर से गिरिडीह जिला को सोलर सिटी बनाने की बात की गयी है. इसका खाका विभाग के समक्ष पेश किया गया है. उर्जा विभाग से सहमति के बाद जरेडा इस संबध में टेंडर निकालेगा. साथ ही राज्य को जल्द ही एक सोलर सिटी भी मिलेगी.
150 करोड़ में बनेगा राज्य का पहला सोलर सिटी
योजना के अनुसार लगभग 150 करोड़ रूपये इसके लिए खर्च किये जायेंगे. सोलर सिटी के तहत चयनित जिला की सारी बिजली संबधी जरूरतें सौर उर्जा से पूरी की जायेंगी. योजना के तहत हर घर में रूफ टॉप सोलर पावर प्लांट लगाया जायेगा. जिसमें केंद्र सरकार और जरेडा दोनों का अंशदान होगा.
घरों के साथ ही हर क्षेत्र को इस योजना के तहत सौर उर्जा युक्त किया जायेगा. जिसमें फल, सब्जी फूलों के भंडारण के लिए कोल्ड स्टोरेज, हॉस्टल, लॉज शामिल हैं. बता दें कि राज्य में जरेडा की ओर से पहले ही कोल्ड स्टोरेज पर काम किया जा रहा है. जिसके तहत 24 जिलों में स्टोरेज का निमार्ण किया जाना है. सोलर सिटी योजना नयी होगी, लेकिन इसके तहत मिलने वाली सुविधाएं पुरानी योजनाओं से ही जुड़ी होंगी.