[su_box title=”राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की बेटी को दी जा चुकी है कोरोना वैक्सीन” style=”glass” box_color=”#080807″ title_color=”#fb3cf3″ radius=”0″][/su_box]
[su_button url=”www.mirrormedianews.com” target=”blank” style=”3d” background=”#fd2e13″ color=”#f8f6f6″ radius=”0″ icon_color=”#171414″ text_shadow=”7px 38px 22px #f3482e”]MIRROR MEDIA[/su_button] : कोरोनावायरस को मात देने के लिए इस कोरोना काल में सबसे पहले कोरोना वैक्सीन तैयार कर रूस ने सफलता हासिल कर इस दौड़ में सबसे आगे निकल चुकी हैl रूस की कोराना वैक्सीन इस्तेमाल के लिए रजिस्टर हो गई है। आपको बता दें कि रूस में कल यानि 12 अगस्त को दुनिया की पहली कोरोना वायरस वैक्सीन लॉन्च होने वाली हैl इस सन्दर्भ में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बताया कि वैक्सीन इस्तेमाल के लिए तैयार है, वह रजिस्टर हो गई है। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी को वैक्सीन दी जा चुकी है। पुतिन ने जोर दिया कि टीका आवश्यक परीक्षणों से गुजरता है। उन्होंने कहा कि उनकी दो बेटियों में से एक को वैक्सीन का एक शॉट मिला है और वह अच्छा महसूस कर रही है।
[su_box title=”वैक्सीन की डोज से बुखार भी आने की संभावना” style=”glass” box_color=”#080807″ title_color=”#fb3cf3″ radius=”0″][/su_box]
[su_dropcap]वहीं[/su_dropcap], सूत्रों कि माने तो चिकित्सा कर्मचारी और शिक्षक को सबसे पहले टीका लगाया जाएगा। वहीं, इसके अलावा रूस ने कई दूसरे देशों की भी वैक्सीन देने की बात कही है। ऐसे देशों में फिलीपींस शामिल है। बता दें कि मॉस्को के गामलेया रिसर्च इंस्टिट्यूट ने एडेनोवायरस को आधार बनाकर वैक्सीन तैयार की है। रिसर्च और मैनुफैक्चरिंग में शामिल कई लोग इस वैक्सीन की डोज ले चुके हैं। कुछ लोगों को इस वैक्सीन की डोज से बुखार भी आ सकता है, ऐसे स्थिति में पैरासिटामॉल के इस्तेमाल की सलाह दी गई है। रिसर्चर्स का दावा है कि वैक्सीन में जो पार्टिकल्स यूज हुए हैं, वे खुद को रेप्लिकेट (कॉपी) नहीं कर सकते।[su_expand more_text=”आगे पढ़े….” height=”0″ text_color=”#141519″ link_color=”#151111″ link_style=”button” link_align=”center” more_icon=”https://mirrormedianews.com/wp-content/uploads/2020/08/MIRROR-MEDIA-LOGO.jpg” less_icon=”icon: hand-o-up”]गौरतलब है कि यह दुनिया की पहली प्रमाणिक कोरोना वैक्सीन है। क्योंकि, अभी तक कोई भी देश वैक्सीन बनाने में सफल नहीं हो पाया है। हालांकि, कई देश कोरोना वैक्सीन ट्रायल के तीसरे चरण में हैं। लेकिन, रूस ने इस वैक्सीन की दौड़ में बड़ी सफलता हासिल की है। पुतिन ने कहा कि वैक्सीन परीक्षणों के दौरान कुशल साबित हुई है, जो कोरोनो वायरस स्थायी बचाव प्रदान करती है।[/su_expand]