मिरर मीडिया: अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले की जांच सीबीआई को सौंपे जाने के बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार का बयान सामने आया है। पवार ने तंज कसते हुए कहा कि आशा है कि, इस जांच के परिणाम डॉ. नरेंद्र दाभोलकर की हत्या की जांच जैसे न हो, जिसका अभी तक कोई हल नहीं निकल पाया। 2013 को पुणे में डॉ. दाभोलकर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
इस हत्याकांड को पूरे सात साल का समय होने जा रहा है। 2014 में सीबीआई द्वारा शुरू की गई दाभोलकर हत्या की जांच का अभी तक कोई हल नहीं निकल पाया हैl बता दें कि महाराष्ट्र के सामाजिक कार्यकर्ता डॉक्टर नरेंद्र दाभोलकर की हत्या 20 अगस्त 2013 को कर दी गई थी। अब तक जांच न पूरी हो पाने पर उनकी बेटी मुक्ता दाभोलकर और बेटे डॉ. हमीद दाभोलकर ने दुख जताया है।
शरद पवार ने ट्वीट कर कहा- सुप्रीम कोर्ट ने सुशांत सिंह राजपूत जांच प्रक्रिया सीबीआई को हस्तांतरित करने का आदेश दिया हैl मुझे यकीन है कि, महाराष्ट्र सरकार इस निर्णय का सम्मान करेगी और जांच में पूरी तरह से सहयोग करेगीl
सूबे की सरकार की बड़ी पार्टी शिवसेना, शुरुआत में सुशांत सिंह केस को सीबीआई को सौंपे जाने के खिलाफ नहीं आई थी, हांलाकि, सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद शिवसेना इस निर्णय का समर्थन किया हैl
बता दें कि, सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद मुम्बई पुलिस ने मामले में जांच शुरू की थी और अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती सहित 56 लोगों के बयान दर्ज किए थे। इसके बाद राजपूत के पिता के.के. सिंह की शिकायत के आधार पर बिहार पुलिस ने पटना में प्राथमिकी दर्ज की। सिंह ने चक्रवर्ती, उनके माता-पिता और भाई सहित कुछ अन्य लोगों पर सुशांत को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया था। बिहार सरकार ने मामले की जांच सीबीआई से कराने का अनुरोध किया था।
उच्चतम न्यायालय ने अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के संबंध में पटना में दर्ज प्राथमिकी में जांच सीबीआई से कराने की बिहार सरकार की सिफारिश को बुधवार को सही ठहराया। शीर्ष अदालत ने कहा कि बिहार सरकार इस मामले को जांच के लिये सीबीआई को सौंपने में सक्षम है।