जमशेदपुर : कोरोना महामारी के दौरान परीक्षा संबंधित समस्याओं को लेकर एआईडीएसओ कोल्हान की ओर से एक प्रतिनिधिमंडल ने कुलपति केयू के कुलपति गंगाधर पांंडा, परीक्षा नियंत्रक डाॅ पी के पाणि व प्रति-कुलपति से संयुक्त रुप से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से कहा गया है कि वर्तमान में कोरोना महामारी से उत्पन्न विकट परिस्थिति में छात्र के जीवन को खतरे में डालकर परीक्षा लेना बिल्कुल उचित नहीं होगा। जब तक स्थिति सामान्य ना हो परीक्षाएं आयोजित ना की जाए। जिस पर अपनी संवेदना जाहिर करते हुए उनके ओर से भी राज्य सरकार को छात्रों की मांग से अवगत कराने की बात कही और छात्र संगठन को भी राज्य सरकार से बात करने का सुझाव दिया।
साथ ही छात्र अभिभावक के आर्थिक तंगी को ध्यान में रखते हुए यूजी सेमेस्टर 5 व पीजी सेमेस्टर थर्ड के वक्त जो फॉर्म फिलअप की फीस ली गई थी उसे यूजी सेमेस्टर 6 व पीजी सेमेस्टर 4 में समायोजित करने की मांग की गयी है। इस बारें में परीक्षा नियंत्रक ने कहा कि परीक्षा शुल्क व फॉर्म के शुल्क में छूट दी गई है। साथ ही उन्होंने छात्रों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए हर संभव समाधान करने का आश्वासन दिया। एआईडीएसओ विभिन्न कॉलेजो में नामांकन व अन्य समस्याओं का भी मुद्दा उठाया। कॉलेजों में छात्रों की जो भीड़ लग रही है यह बहुत ही भयावह है जल्द ही विश्वविद्यालय प्रशासन को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए।
इस पर कुलपति ने सभी महाविद्यालयों के प्राचार्य को निर्देश दिया कि कॉलेजों में कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए भीड़ ना लगने दे व नामांकन का कार्य मार्कशीट देते टाइम बाद में कर लिया जाए। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि एआईडीएसओ द्वारा किए गए विगत मांग के अनुरूप व्यवसायिक पाठ्यक्रमों के तीन माह (अप्रैल से जून) के 30% शुल्क माफ कर दिए गए है। एआईडीएसओ प्रतिनिधिमंडल में मुख्य रूप से एआईडीएसओ कोल्हान प्रभारी सोहन महतो, पश्चिमी सिंहभूम जिला सचिव रमेश डेनियल, पूर्वी सिंहभूम जिला अध्यक्ष रिंकी बंसरीयार, सरायकेला खरसावां जिला सचिव विशेश्वर महतो एवं जिला उपाध्यक्ष शिवनाथ महतो, पश्चिमी सिंहभूम से डोमन महतो पूर्वी सिंहभूम से दीपक साव, खुशबू कुमारी एवं चंदना टूडू शामिल रहे।