[su_box title=”84 वर्ष की उम्र में भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का हुआ निधन” style=”glass” box_color=”#1819f4″ title_color=”#0c0c0f” radius=”0″][/su_box]
[su_button url=”www.mirrormedianews.com” target=”blank” style=”3d” background=”#1ff7ec” color=”#1b201e” radius=”0″ icon_color=”#171414″ text_shadow=”7px 38px 22px #161111″]MIRROR MEDIA[/su_button] : भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का आज निधन हो गया है। प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दीl आपको बता दें कि 84 वर्षीय प्रणब मुखर्जी दिल्ली के आर्मी हॉस्पिटल में भर्ती थे, इसी महीने उनकी ब्रेन सर्जरी हुई थी।
With a Heavy Heart , this is to inform you that my father Shri #PranabMukherjee has just passed away inspite of the best efforts of Doctors of RR Hospital & prayers ,duas & prarthanas from people throughout India !
I thank all of You 🙏— Abhijit Mukherjee (@ABHIJIT_LS) August 31, 2020
कुछ दिन पहले उनके फेफड़े में इंफेक्शन बढ़ने से उनको वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर प्रणब मुखर्जी के निधन पर दुख जतायाl उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति के महत्वपूर्ण योगदार को देश याद रखेगाl उनका सम्मान हर एक वर्ग में थाl
India grieves the passing away of Bharat Ratna Shri Pranab Mukherjee. He has left an indelible mark on the development trajectory of our nation. A scholar par excellence, a towering statesman, he was admired across the political spectrum and by all sections of society. pic.twitter.com/gz6rwQbxi6
— Narendra Modi (@narendramodi) August 31, 2020
गौरतलब है कि डॉक्टर ने बताया था कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का स्वास्थ्य और खराब हो गया क्योंकि फेफड़े में संक्रमण की वजह से उन्हें सेप्टिक शॉक लगा हैl सेप्टिक शॉक एक ऐसी गंभीर स्थिति है, जिसमें रक्तचाप काम करना बंद कर देता है और शरीर के अंग पर्याप्त ऑक्सीजन प्राप्त करने में विफल हो जाते हैंl
[su_note note_color=”#161ff4″ text_color=”#030303″ radius=”0″]1969 में प्रणब मुखर्जी ने राजनीतिक सफर की शुरुआत की[/su_note]
11 दिसंबर, 1935 को प्रणब मुखर्जी का जन्म मिराती, पश्चिम बंगाल में हुआ था। मुखर्जी 2012 से 2017 के बीच 13वें राष्ट्रपति थेl प्रणब मुखर्जी को कांग्रेस का संकटमोचक कहा जाता थाl प्रणब मुखर्जी के पिता का नाम कामदा किंकर मुखर्जी और माता का नाम राजलक्ष्मी मुखर्जी है। प्रणब मुखर्जी की पत्नी का नाम सुरवा मुखर्जी है। इनका विवाह सन 1957 में हुआ था। इनके 3 बच्चे अभिजित (बेटा), शर्मिष्ठ (बेटी) और इन्द्रजीत (बेटा) है।
प्रणब मुखर्जी ने राजनीतिक सफर की शुरुवात 1969 में की, वे कांग्रेस का टिकट प्राप्त कर राज्यसभा के सदस्य बने। थोड़े ही समय में इंदिरा जी के चहेते बन गए थे, सन 1973 में इंदिरा जी के कार्यकाल के दौरान वे औद्योगिक विकास मंत्रालय में उप-मंत्री बन गए। सन 1975-77 में आपातकालीन स्थिति के दौरान प्रणब मुखर्जी पर बहुत से आरोप भी लगाये गए, लेकिन इंदिरा जी की सत्ता आने के बाद उन्हें क्लीन चिट मिल गई। वर्ष 2012 से 2018 तक प्रणब मुखर्जी राष्ट्रपति पद की गरिमा बनाये हुए थे। प्रणब जी भारत के राष्ट्रपति बनने से पहले मनमोहन सिंह की सरकार में वित्त मंत्री बने थे। प्रणब जी भारत के आर्थिक मामलों, संसदीय कार्य, बुनियादी सुविधाएं व सुरक्षा समिति में वरिष्ठ नेता रहे हैं।